पृथ्वी पर अनेक प्रकार के फूल हे इनमे से आज हम गेंदे के फूल (Marigold flower) के बारे में जानें गे। गेंदे को इंग्लिश में मैरीगोल्ड नाम से जाना जाता है गेंदे के फूल को बाकी फूलोकी तुलना में ज्यादा महत्व दिया जाता हे यह फूल दिव्यता और पवित्रता का प्रतीक है तो ऐसा क्यों आइए इस आर्टिकल में हम कुछ खास बात करेगें ।
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गेंदे के फूल की जानकारी
गेंदे का फूल यूरोप से भारत आया था गेंदे के फूल का मूल स्थान उत्तरी अमेरिका महाद्वीप मे स्थित मैक्सिको देश को माना जाता हे गेंदे के फूल को मैक्सिको से यूरोप के स्पेन लाया गया इस तरह गेंदे का फूल यूरोप से भारत आया था।
पूरे विश्व में गेंदे फूल का उत्पादन अमेरिका, रूस, थाईलैंड, चीन,भारत आदि देशों में होता हे भारत देश में गुजरात, उत्तरप्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा, पश्चिम बंगाल, तमिलनाडु में किया जाता है।
हिंदी में नाम : गेंदा
अन्य नाम : हजारी गंजरा , गलगोटा
•< फूलो की पत्तियां बहुत ही घनी होती हे इसलिए इसे हजारी कहते हे
इंग्लिश में नाम (English name) : मेरीगोल्ड (Marigold)
•< मेरीगोल्ड शब्द यीशु की मा मरियम से बना है।
वैज्ञानिक नाम (Scientific name) : Tagetes Erecta
कुल का नाम : Asteraceae
ऊंचाई : अलग अलग तरह गेंदा के पौधों की ऊंचाई विभिन्न प्रकार की होती हे गेंदे के पौधे की ऊंचाई २(2) से ५(5) फीट तक की होती हे जबकी अफ्रीकन गेंदा की ऊंचाई लगभग ५(5) फीट तक होती हे और उनके फूलो की पत्तियां भी घनी होती हे और फ्रेंच गेंदा की ऊंचाई काम होती हे थोड़ी इसलिए उनके फूलो की पत्तियां भी कम घनी होती है।
गेंदे के फूल की विश्व में 50 से ज्यादा प्रजातियां हे और गेंदे के फूल विश्व में विभिन्न प्रकार के मिलते हे जैसे के पीला, सफेद, नारंगी, महरूम रंगो में मिलते हे भारत में अफ्रीका ओर मुकता फ्रेंच की किस्म मिलती है।
गेंदे के फूलो का उपयोग
गेंदे के फूलो के औषधीय उपयोग भी हे इनके फूलो के रस को कानमें डालने से दर्द में लाभकारी होता हे नसकरी फुट ने पर नाक में डालने से आराम मिलता है इसके फूलो का पाउडर बनाकर आंखो पे लगाने से आराम मिलता है डॉक्टर से सलाह लेके इसका उपयोग कर सकते है।
शादी अथवा बड़े बड़े समारोह में अधिकांश गेंदा फूल का सजावट रूप में उपयोग किया जाता है।
इसके रस से इत्र बनाया जाता हे और इसके अलावा त्वचा को नुकसान ना पहुचने वाले रंग बनाएं जाते है।
गेंदे के फूलो के रस से पेय पदार्थ जैसे शर्वत बनाए जाते है।
गेंदे के फूलो का तेल निकाला जाता हे उसे खाद्य और सौंदर्य प्रसाधन में उपयोग किया जाता है।
गेंदे के फूलो का गजरा बनाया जाता है इसके अलावा विभिन्न कार्यक्रमों के अवसरों में सजावट करने में उपयोग किया जाता हे इसके फूलो की माला बनाकर भगवान को पहनाई जाती है।
गेंदे के फूल को केसे लगाए
गेंदे के फूल दिखने में बहुत ही सुंदर लगते हे इस फूल को हम अपने घर के बहार बगीचे में पॉट में और खेत में लगा कर खेती कर सकते हे किसान इस फूलो की खेती करके माला माला हो सकता है तो आइए हम जानते हैं गेंदा के फूल को केसे लगाते है।
1. सबसे पहले फूल लगाने के स्थान का चुनाव करना होगा वो चाहे फिर बगीचा हो पॉट हो या खेत हो जहा आप फूल लगाना चाहते हो वही स्थान का चुनाव करे
2. मिट्टी का चुनाव करना होगा रेतीली या दोमट मिट्टी अथवा नरम और महीन बालु युक्त मिट्टी का उपयोग करे ध्यान रखे मिट्टी का पिएच मान ७(7) से ७.५(7.5) होना चाहिए
3. मिट्टी में सरसो की भूसी अथवा गोबर की खाद मिला सकते है ।
4. अब गेंदे के फूलो के बीज की आवश्यकता हे जिसे फूलो को सुखाकर पत्तियों को अलग करके निकाल सकते है ।
5. बीजों को अब मिट्टी में डाल दे और उसे कुछ ऊंचाई तक मिट्टी से ढक दे जहा फूल लगाए हे वहा सुर्य की प्रयाप्त रोशनी आनी चाहिए ओर तापमान २०(20) से २५(25) सेल्सियस के आसपास होना चाहिए।
6. अब सुबह शाम पानी डालना होगा पानी स्प्रे करके डालना होगा पानी ज्यादा नहीं डालना हे नही तो बीज पानी के साथ बह जायेंगे
7. यदि फूलो को कोई बाल्टी या कोई पॉट में लगाया हे तो उसके नीचे छेद दे जिससे ज्यादा पानी निकल ता रहे और पौधों की जड़े गले नहीं
8. अब ५०(50) दिन के बाद फूल खिलने लगेंगे
आपने marigold flower के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्ति की अब हम आशा करते हे गेंदा के फूल की जानकारी आपको जरूर पसंद आई होगी
FAQs Marigold flower
क्या विशेषता हे गेंदे के फूल की ?
इसकी खुशबू अच्छी होती हे और देखने में भी बहुत अच्छा होता है ।
दूसरा नाम क्या हे गेंदे का ?
गुजराती भाषा में “गलगोट” कहा जाता हे और मारवाड़ी भाषा में “हजारी गंजरा फूल” कहा जाता है ।
निष्कर्ष
आशा है कि आपको गेंदे के फूल की जानकारी अच्छी लगी होगी। इस लेख में हमने आपको गेंदे के फूल के बारे में संपूर्ण जानकारी बताई है आपके सारे प्रश्नों के उत्तर इस लेख में मिल जायेगे फिर भी यदि कोई सवाल हो या कोई सुझाव हो तो कॉमेंट में जरूर बताए।
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